My Lines
Poem is True shade of Heart.
Monday, October 23, 2023
Tuesday, April 18, 2023
Poem - I am a soldier
I am a soldier
Only peace I admire.
Cos I know, my arms unleash
The turbulent Fire.
I am a soldier
Soft but killing machine.
I have to save everything
With destruction within.
I am a soldier
I Am hard to define
I am devil of hell
With a heart, divine.
I am a soldier
I know how I have to go
Where I have to bow down
Whom I have to blow.
I am a soldier
I am an ultimate friend
I become god of death
Where the enemies stand.
I am a soldier
The greatest lover of the land
People live for their belongings
I die for the motherland.
I am a soldier
I do not have any religion
With friends I celebrate all festivals
For enemies I change the season.
I am a soldier
I Have a lot to say
And don't worry I am here
You stay happy and gay.
🖋️Vikas Patel
A poem dedicated to the soldiers.
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Saturday, June 18, 2022
कविता - मणिकर्णिका
Saturday, May 21, 2022
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कविता - रणक्षेत्र
हो गया है युद्ध घोषरण भूमि को कूज किया जायें,इस धर्म अधर्म के युद्ध मेंनिश्चित धर्म कि विजय कि जायें।
कह दो माताओं बहनों सेतैयार आरात्रिक थाल की जाए,वीरों को जाना है रण मेंशीघ्र ही विजय तिलक कि जायें।लेकर आओ अस्त्र-शस्त्र सबइनकी भी प्यास बुझाई जाए,शत्रु रक्त कि धारो सेरण भूमि नहेलायी जायें।कुरुक्षेत्र कि भूमि कोसन्देश एक भिजवा दी जायें,आंख मुंद कर बैठे अब येयदि रक्तपात ना देखी जायें।चैन से मै ना सो पाया हूँना जाने कितने वर्षो से,तब शीतल होगा ह्दय मेराजब कुरुवंश का नाश हो जायें।अंतर्मन में जलती ज्वाला मेंहस्तिनापुर राख हो जायें,जो भी हो परिणाम युद्ध काबस प्रचंड महासंग्राम हो जायें।ना भूल सका हूँ लाक्षा गृह कोद्युत क्रीड़ा सभा ना भुला जायेखुले केस है द्रौपदी केह्रदय विषाद कि अग्नि जलाये।अज्ञातवास का विष पिया हैवो पीड़ा कैसे बतलाई जायें,जिस आग में तपता है तन मेराउसे युद्ध ही शीतल कर पाए।महादेव कि है सौगंधजो होना है ओ हो जायेंयमदूत स्वयं रण को आयेतो लौट के वापस जा न पाएगा।है केशव! अब मुझको जाने दोउस रस्ते पर जो कुरुक्षेत्र ले जायें,यही था जीवन का लक्ष्य मेराकि नियति मुझे रणक्षेत्र ले जायें।
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